मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना बिहार 2022: आवेदन फार्म एवं ऑनलाइन आवेदन तथा एप्लीकेशन स्टेटस

बिहार में बिहार के लोगों की बेरोजगारी दूर करने रंग बिहार को और प्रगतिशील बनाने की ओर एक और कदम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उठाया है उन्होंने एक नई योजना का प्रारंभ किया है जिस योजना का नाम है मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना। इस योजना के माध्यम से 54 नामक क्षेत्रों में तलाब का निर्माण कर मत्स्य उद्योग को बढ़ावा देना है।

बिहार के मुख्यमंत्री जी ने मछली पालन उद्योग को बढ़ावा देकर बेरोजगारी को दूर करने के लिए तलाब के निर्माण में 70 प्रतिशत की अनुदान देने की घोषणा की है। इसके लिए मत्स्य विभाग द्वारा अनुदान देने की प्रक्रिया पर विशेष प्रारूप तैयार किया जा रहा है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से इस योजना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं। तो इस योजना की संपूर्ण जानकारी के लिए हमारे साथ अंत तक बने रहे।

मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना
सौजन्य से: गूगल

मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना बिहार 2022

बिहार राज्य में एक नई योजना जिसे बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के द्वारा शुरू किया गया है। यह योजना चौर मैं मछली पालन अर्थात मस्त पालन से संबंधित योजना है। इस योजना में चौर क्षेत्रों में मछली पालन उद्योग को बढ़ावा देना है। इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बिहार राज्य के 6 जिलों में शुरू किया गया है। इसमें निजी चौर जल क्षेत्र में मछली पालन एवं उसका उत्पादन करके बेरोजगारी दूर करने का भी एक अभियान है। इस योजना के माध्यम से जो व्यक्ति मत्स्य उद्योग को लगाएंगे अपने निजी चौर जल क्षेत्रों में उन्हें 70 फ़ीसदी का अनुदान सरकार द्वारा दी जाएगी।

तत्काल में मत्स्य संसाधन विकास विभाग ने मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना को केवल 6 जिलों से शुरू किया है परंतु, जल्द ही इसे सभी जिलों के लिए लागू कर देगी। इस योजना के माध्यम से केवल मछली पालन को ही नहीं बल्कि साथ-साथ बागवानी और कृषि को भी विकसित करने की ओर सरकार का ध्यान है। बिहार सरकार तालाबों के लिए अलग अनुदान प्रदान करेगी एवं भगवानी तथा कृषि के लिए अलग अनुदान देगी। इस योजना को जल्दी ही पूरे राज्य में शुरू करने की कोशिश चल रहे हैं।

मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना में 50 हेक्टेयर जमीन में तलाब के निर्माण के लिए दो करोड़ 48 हजार बजट देने की घोषणा की गई है। इसमें 1 हेक्टेयर भूमि में दो तलाब, चार तालाब एवं एक तालाब बनाने की योजना बनाई गई है। इसके अलावा भूमि विकास की भी योजना तैयार की जा रही है। इस प्रकार मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के तहत तीन प्रकार के मॉडल तैयार किए जा रहे हैं। अतः जो इच्छुक व्यक्ति इस योजना का लाभ लेकर मत्स्य उद्योग को चलाने की सोच रहे हैं उन्हें इसके लिए पहले से तैयार रहना चाहिए क्योंकि, इस योजना के माध्यम से उन्हें 70 फ़ीसदी अनुदान का लाभ मिलने वाला है।

मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य वैसे क्षेत्रों में मछली उद्योग को बढ़ावा देना है जिस क्षेत्र में कृषि कार्य नहीं किए जाते हैं अर्थात, वैसे क्षेत्रों को चौर क्षेत्र कहा जाता है। इन क्षेत्रों में फसल जल्दी नहीं हो पाता है जिसके कारण ऐसे क्षेत्र खाली रह जाते हैं। इन क्षेत्रों में अगर तालाब का निर्माण कर मत्स्य पालन शुरू किया जाए तो अच्छा खासा लाभ हो सकता है। इस योजना के माध्यम से ऐसे खाली पड़े क्षेत्रों का उपयोग भी हो सकेगा और साथ ही बेरोजगार लोगों को रोजगार भी मिल जाएगी जिससे देश में कुछ हद तक बेरोजगारी की समस्या दूर हो पाएगी।

अगर इस प्रकार मछली का उत्पादन शुरू होगी तो बाहर से आने वाले मछलियों की जरूरत हमें नहीं पड़ेगी। इस योजना के कारण बहुत सारे लोगों को रोजगार भी मिलेगा और साथ ही हमें बाहर से मछली मंगवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हमारे देश में ही इतनी ज्यादा मछली का उत्पादन हो पाएगा कि हमें बाहर से मंगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस योजना की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें बिहार सरकार 70 फ़ीसदी का अनुदान दे रही हैं। अतः इसका लाभ उठाकर बेरोजगार लोग आसानी से मत्स्य पालन करके अच्छी खासी आमदनी कर पाएंगे जिससे उनके परिवार का भला होगा। मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के द्वारा बिहार सरकार का कृषि, बागवानी और कृषि वानिकी को शुरू करने पर अधिक ज़ोर दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना का लाभ

मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना का मुख्य लाभ निम्नलिखित प्रकार से है:-

  • इस योजना के कारण सर्वप्रथम बिहार राज्य से बेरोजगारी की समस्या कुछ हद तक दूर होगी
  • वैसे जिले जहां पर अधिकतर चौर क्षेत्र पाए जाते हैं, जहां खाली क्षेत्र पड़े रहते हैं, जिनका खेती में उपयोग नहीं किया जाता है, वैसे क्षेत्र उपयोग हो पाएंगे।
  • इस योजना के कारण मत्स्य उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
  • इस योजना में परंपरागत मछुआरों को काफी प्राथमिकता दी गई है जिससे उनको काफी लाभ मिलेगा।
  • जो व्यक्ति मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के लिए चयनित हुए होंगे उन्हें चौर भूमि के समेकित विकास के लिए तीन तरह के मंडल तैयार किए गए हैं। इसमें एक हेक्टेयर में एक तालाब, दो तालाब और चार तालाब का निर्माण एक भूमि विकास के मॉडल के साथ किया जाएगा। और जानकारी दी गई है कि योजना के माध्यम से एक हेक्टेयर रकवा में दो तलाब बनवाने में 8.80 लाख/हेक्टेयर, एक हेक्टेयर रकवा में चार तालाब बनवाने में 7.32 लाख/हेक्टेयर एवं एक हेक्टेयर में एक तालाब का निर्माण भूमि विकास 9.69 लाख/हेक्टेयर की लागत लगाई जाएगी।
  • इस योजना के अंतर्गत जिन व्यक्ति को चयनित किया जाएगा उनके भूमि पर मत्स्य उत्पादन के लिए 50% से 70% की सब्सिडी दी जाएगी।
  • इस योजना के अंतर्गत सामान्य वर्ग के चयनित व्यक्तियों को 50% की सब्सिडी दी जाएगी जबकि पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग शेड्यूल कास्ट और शेड्यूल ट्राइब को 70% तक की सब्सिडी देने की बात कही गई है।
  • इसके साथ ही उद्यमी आधारित पर 30% तक की अनुदान दी जाएगी।
  • इस योजना के कारण हमारे क्षेत्र में मछलियों का उत्पादन अत्यधिक मात्रा में हो पाएगा जिससे बाहर के मछलियों का आयात बहुत कम हो जाएगा।

मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के लिए पात्रता

इस योजना में आवेदन करने के लिए निम्न व्यक्ति पात्र होंगे:-

  1. वैसे व्यक्ति इस योजना के लिए पात्र होंगे जो बिहार के स्थाई निवासी हैं।
  2. इस योजना के लिए उन व्यक्ति को अत्यधिक वरीयता दी जाएगी जिनके पास चौर जमीन उपलब्ध हो।
  3. वैसे व्यक्ति जो पिछले 3 सालों से आयकर रिटर्न भर रहे हो
  4. जिनके पास इस योजना से संबंधित सभी आवश्यक कागजात मौजूद हो।
  5. आवेदक व्यक्तिगत समूह में आवेदन करने के लिए पात्र हो तथा समूह में कम से कम 5 सदस्य ही हो।

योजना से संबंधित आवश्यक दस्तावेज:-

इस योजना के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी:-

  • अधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • जाति प्रमाण पत्र
  • जीएसटी
  • लीज इकरारनामा
  • भू स्वामित्व प्रमाण पत्र
  • उद्यमी लाभुकों के द्वारा स्व अभिप्रमाणित निबंधन प्रमाण पत्र
  • विगत 3 वर्षों का आकर्षण एवं आयकर रिटर्न
  • समूह में कार्य करने की सहमति
  • व्यक्तिगत या समूह लाभुकों के तहत स्वप्रमाणित दो पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
  • बैंक का पासबुक

मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना की एक झलक

योजना का नाममुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना
राज्यबिहार
किसने आरंभ कीबिहार सरकार के मुख्यमंत्री ने
लाभार्थीबिहार के नागरिक
योजना का वर्ष2022
आवेदन देने की प्रक्रियाऑनलाइन
उद्देश्यखाली पड़े निजी चार क्षेत्रों में मच उद्योग को बढ़ावा देना तथा तालाब के निर्माण के लिए अनुदान प्रदान करना एवं बेरोजगारी दूर करना।
आधिकारिक वेबसाइटhttp://fisheries.bihar.gov.in/

समेकित चौर विकास योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया

  • इस योजना में आवेदन करने के लिए सबसे पहले इस योजना से संबंधित है अधिकारिक वेबसाइट को ओपन करना पड़ेगा।
  • जैसे ही आप इस योजना का अधिकारिक वेबसाइट ओपन करेंगे आपके सामने होम पेज खुल जाएगा।
  • जैसे ही होम पेज खुलेगा आपके सामने दो विकल्प दिखाई देंगे जिसमें से एक मत्स्य योजनाओं में आवेदन हेतु पंजीकरण करें और दूसरा पहले से पंजीकृत है तो लॉगिन करें के विकल्प होंगे।
  • इनमें से आपको पहले विकल्प अर्थात मत्स्य चुनावों में आवेदन हेतु पंजीकरण करें के विकल्प पर क्लिक करना है। इस पर जैसे ही आप क्लिक करेंगे आपके सामने एक पंजीकरण के लिए फॉर्म खुलकर आएगा जिसे पूरी तरह से भरकर अब अपना पंजीकरण करा ले।
  • मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना में जैसे ही आप पंजीकरण करा लेते हैं तो आपको रजिस्ट्रेशन और पासवर्ड नंबर मिल जाता है जिसे प्रयोग करके आप फिर से दूसरे विकल्प अर्थात पहले से पंजीकृत है तो लॉगिन करें कि विकल्प पर क्लिक करके आप लॉगिन हो जाएंगे।
  • इस प्रक्रिया के बाद आप इस योजना में लाभ लेने के लिए पात्र हो जाएंगे और आवेदन कर पाएंगे।
  • तो आप देख पा रहे हैं कि मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना में आवेदन करना काफी आसान है जिसे आप ऑनलाइन आसानी से कर पाएंगे।

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