खबरी हंट में आप सभी का स्वागत है। आज हम बात करने जा रहे हैं बिहार के सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए इंपोर्टेंट न्यू योजना “निपुण बिहार योजना 2022“।

दोस्तों बिहार के सरकारी स्कूलों में आज भी बच्चों की ऐसी हालत है जिसमें अधिकतर बच्चे पढ़ने लिखने में बहुत ही कमजोर हैं। उनमें निपुणता की कमी है। बहुत अधिक मात्रा में ऐसे बच्चे हैं जो पढ़ने लिखने, अक्षर पहचानने एवं अंको को बताने में सक्षम नहीं है। इन्हीं सब बातों को देखते हुए बिहार सरकार ने निपुण विहार योजना को शुरू किया है, और इस योजना को जून में गर्मियों की छुट्टी से पहले शुरू किया जाएगा और इसके लिए जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी गई है।
इस योजना को स्कूलों में जून के पहले हफ्ते में शुरू कर दी जाएगी। इसकी पुष्टि शिक्षा विभाग ने की है।
निपुण बिहार योजना 2022 से लाभ
इस योजना के तहत बच्चों को पढ़ने-लिखने, अक्षर पहचानने, उसका अर्थ बताने में दक्ष किये जायेंगे। जोड़-घटाव और उम्र सापेक्ष अन्य संख्यात्मक कार्यकलापों को हल करने में भी वे सक्षम होंगे। इस योजना के और भी कुछ लाभ नहीं निम्नलिखित दिए गए हैं:-
- निपुण बिहार योजना के माध्यम से अब बच्चे समय से आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता का ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे।
- इससे उनका मानसिक एवं शारीरिक विकास होगा।
- निपुण बिहार का संचालन शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा किया जाएगा।
- यह योजना स्कूली शिक्षा कार्यक्रम एवं समग्र शिक्षा का एक हिस्सा होगी।
- इस योजना को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत आरंभ किया गया है।
- निपुण बिहार योजना के माध्यम से बच्चे संख्या, माप और आकार के क्षेत्र के विषय को भी समझ पाएंगे।
अधारभूत साक्षरता एवं आधारभूत संख्यात्मकता के प्रकार:-
- मूलभूत संख्यामकता और गणित कौशल
- मूलभूत भाषा एवं साक्षरता
- मौखिक भाषा का विकास
- धवनियात्मक जागरूकता
- पूर्व संख्या अवधारणाएं
- नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबर
- गणितीय तकनीकें
- मापन
- आकार एवं स्थानिक समाज
- पैटर्न
- शब्दावली
- रीडिंग कंप्रीहेंशन
- पठन प्रवाह
- प्रिंट के बारे में अवधारणा
- लेखन
- कल्चर ऑफ रीडिंग
उपरोक्त गतिविधियां आधारभूत शिक्षा तत्व एवं आधारभूत संख्यात्मक ता का महत्वपूर्ण प्रकार एवं उदाहरण है।
निपुण बिहार योजना 2022 का उद्देश्य
निपुण बिहार योजना 2022 का उद्देश्य इस के नाम से ही स्पष्ट हो रहा है कि इस योजना के माध्यम से बिहार के स्कूली बच्चों के अंदर प्रतिभा को उजागर करना और उसे निखारने का प्रयास करना है। इस योजना का उद्देश्य तभी सफल होगा जब बच्चों में आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता का ज्ञान होगा।
बिहार सरकार ने इस योजना को निपुण भारत योजना को देख कर लिया है। अतः इस योजना के माध्यम से बिहार के जितने भी तीसरी क्लास से नीचे के बच्चे हैं उनको साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। इस योजना के द्वारा सन 2026 से 2027 तक तीसरी कक्षा के अंत तक छात्रों को पढ़ने, लिखने एवं अंकगणित को सीखने की क्षमता प्राप्त होगी।
निपुण बिहार योजना 2022 का संपूर्ण संचालन साक्षरता विभाग के माध्यम से किया जाएगा इससे बच्चों में मानसिक और संख्यात्मक और आधारभूत विकास होगा।
बच्चे या बड़े सभी के मानसिक विकास के लिए उन्हें समय-समय पर मोटिवेशन के लिए प्रेरित करते रहना भी अति आवश्यक है अतः उन्हें मोटिवेशनल कोट्स जरूर पढ़वाएं।